विशेषज्ञा परिचय
नमस्कार,हम gyanjyotish.com के रूप में आपकी सेवा में पिछले 5 वर्षों से कार्य कर रहें हैं। इसी क्रम को आगे बढाते हुये हम आपके लिये देवदर्शन.नेट वेबसाईट के साथ आपकी सेवा में हैं। देवदर्शन से हमारा उददेश्य जन-जन तक भारत के प्राचीन मंदिरों, तीर्थों, पौराणिक स्थानों की जानकारी जन-जन तक उपलब्ध करवाना तथा नयी पीढी को इनके महत्व से अवगत कराना है। हमारी आगामी योजना हिन्दुत्व एवं हमारी पौराणिक संस्कृति को एक जगह संग्रहित करके सभी लोगो तक पहुंचाने की है। इसी संदर्भ में हम सभी प्रमुख मंदिरों, शिलालेखों, पौराणिक स्थानों की जानकारी का संचय कर रहे हैं जिससे सभी हिन्दु समाज के सभी लोगों तक हमारे देश की संस्कृति विशेषतः मंदिरों की सौ प्रतिशत हर कसौटी पर खरी उतरने वाली जानकारी लोगों तक पहुंचे। विदेशों में जिस संस्कृति को विश्व की सबसे अदभुत व पुरानी विरासत के रूप में जाना जाता है। उस ज्ञान व संस्कृति से हमारी अप्रवासी भारतीय समुदाय को भी पूर्ण रूप से जोडना व शक्ति, दर्शन, आराधना, ज्योतिष आदि संस्कृति स्तंभ से उन्हें अवगत कराना। भारत का आधार आज भी धर्म है। हम आज भी उन प्राचीन संस्कारों का उसी रूप में संवहन करना चाहते हैं लेकिन पूर्ण जानकारी व साधनों के अभाव में ये सब करना सम्भव नहीं हो पा रहा है। हमारा परमप्रमुख ध्येय उन्ही विधि-विधानों, उन्ही शास्त्र निहित तरीकों को सुगम रस में उपलब्ध करवाना है।हमारा एक बडा उददेश्य यह भी है कि जो पौराणिक विचारधारायें, जानकारी अभी तक हमारे साधुजनों ने संजोकर संभालकर रखी हैं हमारा युवा समाज भी उसकी कीमत जाने। वह न केवल इसके बारे में जानकारी से अनभित है बल्कि इस बारे में जानने का इच्छुक होने पर भी पर्याप्त मार्गदर्शन के अभाव में वो इसे प्राप्त नहीं कर पा रहा है। हमारा उददेश्य युवा वर्ग का पथ प्रदर्शक बनकर इस पुरानी विरासत को संजोकर रखने के लिये भागीदार बनने में उसका पथ प्रशस्त करना भी है। अनेकोनेक मठ इत्यादि जहाॅ अनादिकाल से पूजा हो रही है तथा लोगों की मनाकामनायें पूर्ण होती है ऐसे विश्वास एवं साक्षात को सभी मानव जन तक पहुॅचाना हमारा उददेश्य है।